5 SIMPLE STATEMENTS ABOUT BAGLAMUKHI SHABAR MANTRA EXPLAINED

5 Simple Statements About baglamukhi shabar mantra Explained

5 Simple Statements About baglamukhi shabar mantra Explained

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शाबर मत्रं अत्यधिक प्रभाव शाली है। क्या सटीक शत्रुओं को शांत किया जा सकता है? ज़रूर बताएं।

Meaning- Baglamukhi Beej Seems are Employed in the mantra. It worships the goddess to leave the enemies powerless by immobilising their venomous tongues, ft, and intellect. They will never manage to act towards you at the time their movements are constrained.

ॐ ह्लीं बगलामुखि सर्वदुष्टानां वाचं मुखं पदं स्तम्भय जिह्वां कीलय बुद्धिं विनाशय ह्रीं ॐ स्वाहा ।

ॐ बगलामुखी महाक्रूरी शत्रू की जिह्वा को पकड़कर मुदगर से प्रहार कर , अंग प्रत्यंग स्तम्भ कर घर बाघं व्यापार बांध तिराहा बांध चौराहा बांध चार खूँट मरघट के बांध जादू टोना टोटका बांध दुष्ट दुष्ट्रनी कि बिध्या बांध छल कपट प्रपंचों को बांध सत्य नाम आदेश गुरू का।

The best time and energy to chant the Baglamukhi Mantras is early each morning. One particular will have to sit within the picket plank or even a mat after using a bathtub.



Their difficulties are lowered, and they are pushed in direction of a rich and prosperous journey. The devotees guide a contented life Using the presence of every one of the riches on the earth.

ॐ मलयाचल बगला भगवती महाक्रूरी महाकराली राजमुख बन्धनं ग्राममुख बन्धनं ग्रामपुरुष बन्धनं कालमुख बन्धनं चौरमुख बन्धनं व्याघ्रमुख बन्धनं सर्वदुष्ट ग्रह बन्धनं सर्वजन बन्धनं वशीकुरु हुं फट् स्वाहा।

फिर कन्या के हाथ में यथा शक्ति दक्षिणा रख कर उससे आशीर्वाद लेकर रात्रि में इस मंत्र का एक सौ आठ बार जप कर पुनः शत्रु को दंड देने हेतु प्रार्थना कर दे। सात दिन लगातार इस प्रयोग से माँ पीताम्बरा शत्रु को मृत्यु तुल्य दंड देती है, जैसा मैंने देखा है। प्राण प्रतिष्ठित बगलामुखी यन्त्र को सामने रखें और हल्दी माला से इस बगलामुखी का जप करें

यदि दीपक की लौ सीधी जाए, तो यह कार्य के शीघ्र सिद्ध होने का सूचक है। किंतु यदि लौ टेढ़ी जाती हो या बत्ती से तेल में बुलबुले उठें, तो कार्य की सिद्धि में विलंब होगा।

ऊँ नमः शिवाय शंभो, शाबर मंत्र सिद्धि लायो, शिव सदा सहायो, दुख दर्द मिटायो, ॐ नमः शिवाय॥

साधना अष्टमी को एक दीपक में सरसों के तेल या मीठे तेल के साथ श्मशान में छोड़े हुए वस्त्र की बत्ती बनाकर जलाएं। विशेष दीपक को उड़द की दाल के ऊपर रखें। फिर पीला वस्त्र पहनकर और पीला तिलक लगा कर website हल्दी से उसकी पूजा करें। पीले पुष्प चढ़ाएं और दीपक की लौ में भगवती का ध्यान कर बगलामुखी के मंत्र का एक हजार बार तीनों शाबर मत्रं से किसी भी एक का जप करें।तथा मद्य और मांस का भोग लगाएं।



भावार्थ:-जिन शिव-पार्वती ने कलियुग को देखकर जगत के हित के लिए शाबर मन्त्र समूह की रचना की, जिन मंत्रों के अक्षर बेमेल हैं, जिनका न कोई ठीक अर्थ होता है और न जप ही होता है, तथापि श्री शिवजी के प्रताप से जिनका प्रभाव प्रत्यक्ष है ।

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